स्वाइन फ्लू
स्वाइन फ़्लू यानि H1N1 वाइरस से होने वाली बीमारी आज कल बहुत तेज़ी से फैल रही है| लापरवाही रखने पर स्वाइन फ़्लू के इलाज में मौत हो सकती है| घबराने की ज़रूरत नहीं है| स्वाइन फ्लू के लक्षण ( Symptoms of swine flu in hindi) जाने और यह प्रकट होते ही आप सजग हो के स्वाइन फ्लू का इलाज (treatment of swine flu in hindi) घर पर शुरू कर दे तो इस वाइरस का शमन होगा| नेचुरल वेज़ टू ट्रीट स्वाइन फ़्लू ऐट होम (natural ways to treat swine flu at home in hindi) अपनाना बहुत आसान है| आयुर्वेद मे स्वाइन फ़्लू को कफ का ज्वर कहते है क्योंकि यह वात और कफ विकार होने से जल्दी से लग जाता है|
आज कल स्वाइन फ़्लू का प्रकोप चल रहा है और लापरवाही के कारण कई लोग इस बीमारी से मारे गये है| स्वाइन फ़्लू के बारे मे जानना बहुत ज़रूरी है और सजग रहना ताकि स्वाइन फ़्लू के लक्षण नज़र आए तो फ़ौरन कदम उठा सके और गहरे परिणाम से बच सके| जानिए स्वाइन फ़्लू क्या है, स्वाइन फ़्लू इंडिकेशन्स कैसे होते है, मिथ्स एसोसिएटेड विथ स्वाइन फ़्लू और ट्रीटमेंट ऑफ स्वाइन फ़्लू ऐट होम|
स्वाइन फ्लू का गर्भावस्था पर प्रभाव (Causes and effects of swine flu during pregnancy in hindi, swine flu and pregnancy in hindi):
महिला के लिए गर्भवती होना एक खुशी की बात है| गर्भावस्था के दौरान बहुत ध्यान रखना पड़ता है होने वाली माता के स्वास्थ्य का और इसी पर निर्भर है होने वाले बच्चे का स्वास्थ्य| ऐसे नाज़ुक हालात जब इम्युनिटी कम हो जाए तब गर्भवती महिला को पूरी सुरक्षित रखना चाहिए की कोई भी गंभीर बीमारी ना लगे जैसे की स्वाइन फ़्लू| ऐसे स्वाइन फ़्लू इतना ख़तरनाक नहीं है मगर जब गर्भावस्था में स्वाइन फ़्लू हो जाये तो माता को और होने वाले बच्चे को बहुत गंभीर असर हो सकते है| जानिए गर्भावस्था और स्वाइन फ़्लू के बारे में (swine flu in pregnancy in hindi) और सजग हो जाए|
कोई भी बीमारी फैल जाती है तो तुरंत उस बीमारी के बारे मे मिथक भी फैल जाते है बीमारी की तरह| यही हाल है स्वाइन फ़्लू के बारे में| लोगो के दिमाग़ मे इससे जुड़ी कई ग़लत फैमी है और इस के कारण वो शायद ग़लत कदम भी उठाए या तो लापरवाही रखे| जानिए स्वाइन फ़्लू से जुड़ी हक़ीकत और मिथक और सही रास्ता अपनाए|